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Hindi News Astrologybhadrapada amavasya kab hai date time shubh muhurat puja vidhiAmavasya Kab Hai: भाद्रपद अमावस्या कब है? नोट कर लें डेट, पूजा- विधि और शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। अमावस्या तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। भाद् मास में पड़ने वाली अमावस्या का महत्व कई गु
Yogesh Joshiलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीFri, 08 Sep 2023 09:00 PMऐप पर पढ़ें
हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है। अमावस्या तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। भाद्र मास में पड़ने वाली अमावस्या का महत्व कई गुना अधिक माना जाता है। हर माह में एक बार अमावस्या तिथि पड़ती है। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण भी किया जाता है। अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है। नदी में स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत रखती हैं। आइए जानते हैं भाद्रपद अमावस्या की डेट, पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त…
भाद्रपद माह की अमावस्या 14 सितंबर को है।
मुहूर्त-
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भाद्रपद, कृष्ण अमावस्या प्रारम्भ – 04:48 ए एम, सितम्बर 14
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भाद्रपद, कृष्ण अमावस्या प्रारम्भ – समाप्त – 07:09 ए एम, सितम्बर 15
पूजा- विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इस दिन पवित्र नदी या सरवोर में स्नान करने का महत्व बहुत अधिक होता है। आप घर में ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं।
- स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
- सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- अगर आप उपवास रख सकते हैं तो इस दिन उपवास भी रखें।
- इस दिन पितर संबंधित कार्य करने चाहिए।
- पितरों के निमित्त तर्पण और दान करें।
- इस पावन दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।
- इस पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है।
- इस दिन विधि- विधान से भगवान शंकर की पूजा- अर्चना भी करें।
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