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Hindi News AstrologyGoga Navami 2023 Know the signficance of goga navami vrat and its pooja vidhi and shubh muhurat Astrology in HindiGoga Navami 2023: आज है गोगा नवमी,जान लें शुभ मुहूर्त, पूजाविधि और महत्व
हिंदू धर्म में गोगा नवमी के दिन महिलाएं संतान सुख की प्राप्ति के लिए गोगा नवमी व्रत रहती हैं। मान्यता हैं कि गोगादेव की पूजा करने से सर्प दोष दूर होता है और सांपों का भय समाप्त होता है।
Arti Tripathiलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीFri, 08 Sep 2023 11:48 AMऐप पर पढ़ें
Goga Navami 2023: हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को गोगा नवमी मनाया जाता है। यह बाल्मीकि समाज का मुख्य पर्व है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन गोगोदेव की पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। इस साल 8 सिंतबर यानी आज गोगा नवमी मनाई जाएगी। गोगा नवमी पर नागों की भी पूजा की जाती है। ऐसा करने से सर्प दोष से मुक्ति मिलती है। चलिए जानते हैं गोगा नवमी का शुभ मुहूर्त, पूजाविधि और महत्व…
गोगा नवमी पूजा का शुभ मुहूर्त: वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की नवमी की शुरुआत 7 सिंतबर को शाम 4 बजकर 14 मिनट पर होगा और 8 सिंतबर को शाम 5 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगा। गोगा नवमी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 36 मिनट से लेकर 10 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही शाम को 5 बजकर 1 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।
गोगा नवमी की पूजा विधि:
गोगा नवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
इसके बाद गोगोदेव के लिए खीर, चूरमा और गुलगुले का प्रसाद तैयार करें।
मिट्टी से गोगा जी की मूर्ति बनाएं। बाजार से भी गोगादेव की मूर्ति ला सकती है।
पूजा के समय गोगादेव को चालव, अक्षत, रोली और नए वस्त्र अर्पित करें।
उन्हें खीर, चूरमा और गुलगुले का भोग लगाएं।
रक्षाबंधन के दिन बहनों ने भाई की कलाई में जो राखी बांधा था, उसे गोगादेव को अर्पित किया जाता है।
इस दिन घोड़ों को दाल खिलाना बेहद शुभ माना जाता है।
संतान सुख की प्राप्ति के लिए विधि-विधान से गोगोदेव की पूजा करें।
इसके बाद गोगोदेव की कथा जरूर सुनें।
गोगा नवमी का महत्व: गोगा नवमी को बाल्मीकि समाज के देवता जाहरवीर का जन्मोत्सव मनाया जाता है। यह उत्तर प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य के आराध्य देवता माने जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि संतान सुख की प्राप्ति के लिए महिलाएं गोगा देव का व्रत रखती हैं। इस दिन गोगादेव की विशेष पूजा-अर्चना से सर्प दोष भी समाप्त होता है। राजस्थान में यह त्योहार तीन दिनों तक मनाया जाता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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